नई दिल्ली। 18 साल के लंबे इंतज़ार के बाद, जब RCB ने पंजाब किंग्स इलेवन को 6 रनों से हराकर पहली बार IPL कप जीता, तो विराट कोहली अपने आंसुओं को रोक नहीं पाए। मैदान पर घुटनों के बल बैठकर उनकी आँखों से खुशी के आंसू बह रहे थे, और अपनी पत्नी, अनुष्का शर्मा के गले लगकर भी वह काफी देर तक रोते रहे। यह सिर्फ एक जीत नहीं थी, यह सालों की मेहनत, उम्मीद और अटूट विश्वास का फल था, जो विराट के चेहरे पर साफ़ झलक रहा था।
प्रेमानंद महाराज का चमत्कार और सोशल मीडिया पर धूम
RCB की इस ऐतिहासिक जीत के साथ ही सोशल मीडिया पर वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज ट्रेंड करने लगे। लोगों का मानना है कि जब भी विराट कोहली प्रेमानंद महाराज का आशीर्वाद लेने वृंदावन जाते हैं, उनके करियर में हमेशा कुछ न कुछ अच्छा जरूर होता है। यह बात काफी हद तक सच भी लगती है। पिछले कुछ सालों में विराट और अनुष्का तीन बार प्रेमानंद महाराज के दर्शन कर चुके हैं, और हर बार उनके जीवन में एक सकारात्मक बदलाव आया है। हाल ही में, जब विराट ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की, तो अगले ही दिन वह अनुष्का के साथ प्रेमानंद महाराज के आश्रम पहुँचे। करीब 15 मिनट तक महाराज ने उनसे बातचीत की और उनका हालचाल पूछा। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि विराट ने महाराज से असफलता से उबरने और आगे बढ़ने की सलाह भी ली थी। इस मुलाकात के बाद, IPL कप जीतना मानो एक तयशुदा परिणाम था, जिसने लोगों के विश्वास को और गहरा कर दिया है।
खराब दौर से गुजरकर शानदार वापसी
विराट कोहली के करियर का सबसे मुश्किल दौर साल 2023 से पहले का था। जनवरी की सर्द महीने में जब वह पहली बार अपनी पत्नी अनुष्का के साथ प्रेमानंद महाराज के आश्रम पहुँचे, तो उनका बल्ला खामोश था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में वह सिर्फ 190 रन बना पाए थे, और लोग लगातार उनसे संन्यास लेने की मांग कर रहे थे। एक ऐसा खिलाड़ी जो कभी रनों का अंबार लगाता था, वह अपनी फॉर्म से जूझ रहा था, जिससे उनके प्रशंसकों को भी निराशा हो रही थी।
प्रेमानंद महाराज जी की प्रेरणा से बदली जिंदगी
प्रेमानंद महाराज से मुलाकात के बाद मानो विराट कोहली की जिंदगी ही बदल गई। इस मुलाकात के तुरंत बाद, उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ तीन साल बाद पहला शतक जड़ा। यह सिर्फ एक शतक नहीं था, यह उनकी वापसी की घोषणा थी, एक नई शुरुआत का संकेत। इसके बाद उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भी शतक बनाया, और 2023 से लेकर अब तक वह लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बदलाव ने उनके परिवार की प्रेमानंद महाराज में आस्था को और बढ़ा दिया है, और अब वे अक्सर उनके आश्रम यानि श्री हित राधा केली कुंज जाने लगे हैं। यह सिर्फ एक खिलाड़ी की वापसी नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक यात्रा का भी हिस्सा लगता है, जिसने उन्हें मैदान पर और मैदान के बाहर भी मज़बूत बनाया है।
प्रेमानंद महाराज राधारानी के परम भक्त हैं और अपने भजनों, सत्संग और ज्ञान के लिए जाने जाते हैं। वृंदावन में उनका श्री हित राधा केली कुंज ट्रस्ट नामक आश्रम है, जो भक्ति, सामाजिक कल्याण, निःशुल्क भोजन, चिकित्सा और आवास जैसी सुविधाएँ प्रदान करता है। देश और दुनिया से श्रद्धालु हर रोज़ प्रेमानंद महाराज का दर्शन करने आते हैं, और सोशल मीडिया पर भी उनके वीडियो भी लगातार वायरल होते रहते हैं। विराट कोहली और उनके परिवार की प्रेमानंद महाराज में गहरी आस्था इस बात का प्रमाण है कि आध्यात्मिक शांति और मार्गदर्शन किसी भी व्यक्ति के जीवन में कितना बड़ा बदलाव ला सकता है, खासकर जब वे कठिन दौर से गुजर रहे हों। यह जीत सिर्फ क्रिकेट की नहीं, बल्कि विश्वास और आस्था की भी जीत है।